नेता बदलते हैं और लेकिन चमचे नही!
आप देखेँगे कि नुमाइंदे के आस पास मंडराने वाले अक्सर वही लोग हैं जो पिछले वाले नुमाइंदे के साथ थे और यह ही उससे पिछले वाले के साथ भी थे!
यह ही पिछले वाले और उससे पिछले वाले की शान मे क़सीदे पढ़ते और तारीफों के पुल बांधते नही थकते थे जो आज वाले के हर अच्छे बुरे को सही ठेहराने मे जी जान लगा देते हैं!
आप ज़रा ध्यान दें तो इनमे से हर एक का कोई ना कोई ज़ाती मफआद् ज़रूर जुड़ा हुआ होगा, इनको ना तो इलाके से कोई मतलब होता है ना ही अपनी अपनी क़ौम से, वरना कभी तो नुमाइंदे के किसी काम या बात पर सवाल उठाते, ऐसा तो हो नही सकता कि नुमाइंदा फरिश्ता हो और वह सब ठीक कर रहा होगा!
और यह बात भी सच है कि यह लोग आपसे अलग मे आकर नुमाइंदे की खूब बुराई करते हैं और दो चार गालियाँ भी दे ही देते हैं!
और मज़े की बात यह है कि नुमाइंदा भी इन पर रत्ती भरोसा नही करता है, इनको बस ज़रूरत के हिसाब से इस्तेमाल करता है और ऐसे ही यह भी नुमाइंदे से ज़ाती फायेदा उठाने के चक्कर मे लगे रहते हैं, नुमाइंदा जिन पर भरोसा करता है वह उसके अपने कुछ खास ही लोग होते हैं!
खैर यह उनका काम है, हमारा काम है असलियत को समझना और अक़्ल से काम लेना।
इन सभी चीजों को देखते हुए आप सभी मतदाता भाई और बहनों से विन्रम निवेदन है कोविड-19 का सभी गाइडलाइंस पालन करते हुए मतदान जरूर करें। सशक्त पंचायत के निर्माण हेतु अपना योगदान जरूर दें।