Tuesday, December 31, 2019

NRC CAA CAB


ये मेरे देश के युवा हैं। मेरे शहर के युवा हैं। मेरे घर के युवा हैं.. अदरवाइज भले और मासूम व्यक्तित्व हैं।

देश की आबादी का कोई 60 प्रतिशत युवा है। बांकेलाल के 37% समर्थकों में आधे यही युवा हैं, याने कोई 15 से 18% युवा ऐसी तख्तियों के साथ घूम रहे हैं। उग्रता के साथ हर किस्म की सरकारी बेहयाई के समर्थन में कुतर्क करते, तब कहाँ थे.. का नारा बुलंद करते देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए प्राण देने-लेने को तैयार हैं।

अधिकांश गरीब परीवारों से हैं, अर्ध शिक्षित हैं, वित्तीय रूप से परिवार और बाहरी औचक कमाई पर निर्भर हैं। किसी काम धन्धे का अनुभव नही, पारिवारिक जिम्मेदारी का अनुभव नही, भविष्य की कोई योजना नही, कोई खाका नही। मोबाइल उठाकर देखिए , कम से कम 50 व्हाट्सप ग्रुप्स के सदस्य हैं। सबमें बराबर सक्रिय हैं। इस तरह की तख्तियों और पोस्टो में जो रिलीज किया जाता है, वो दो लाइने भी स्वरचित नहीं, कॉपी पेस्ट है।

"कैच देम यंग" की नीति के साथ, इनके दिमागों में जो ठूंसा गया है.. वो इन्हें और इनके परिवेश को तबाह कर रहा है। इस तबाही का दायरा बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास करते हैं, और शाबासी पाते हैं। अपने भविष्य से बेपरवाह युवा, फासिज्म के रास्ते देश का भविष्य बनाने निकला है।

जी हां, सुप्रीम लीडर को "निपट लेंगे" "निपटा देंगे" का आश्वासन देने वाला मिलिशिया फासिज्म का इंटीग्रल हिस्सा होता है, जरूरी हिस्सा होता है। इतिहास गवाह है कि फासिज्म उन्हीं के बूते बढ़ता और चढ़ता है।

भाजपा एक बेहतरीन पार्टी हुआ करती थी। नीतियों से असहमत हुआ जा सकता था, मगर सामुदायिक नेतृत्व और विचार विमर्श से बढ़ने वाली संस्कृति कभी सिर्फ भाजपा में थी। मगर अब वह मुंजे के जमाने की पुरातन जड़ों की ओर लौट चुकी है। प्रतिगामी राजनीति का कोई युवा पहरुआ आपके अपने घर मे हो, तो उसे बिठायें, समझाएं। ये वक्त नाजुक है, इस वक्त युवा जोश नही, बल्कि इतिहास, समाजशास्त्र और प्रशासन का अनुभव रखने वाले अनुभवियों के होश की जरूरत है। ईश्वर से प्रार्थना है कि इन पर प्रभाव रखने वाले किसी अनुभवी तक ये बात पहुंचे, जो इन युवाओं को बिठाकर समझाए।

Thursday, December 19, 2019

CAA NRC मुस्लिमों को ही बस परेशान करेगा....अगर कोई ऐसा सोच रहे हैं तो वो आपका भ्रम है!

#CAA_NRC मुस्लिमों को ही बस परेशान करेगा....अगर कोई ऐसा सोच रहे हैं तो वो आपका भ्रम है!

इसका असर हर किसी पर पड़ेगा चाहे वो हिन्दू हो या मुस्लिम या कोई अन्य धर्म के!

इसका उदाहरण "असम" है जहाँ कई अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाए!

कृपया इसे पूरा पढ़िए व ज़्यादा से ज़्यादा फैलाइये!




Wednesday, December 11, 2019

NRC CAB पर युवाओं किया करे: - बाबुल इनायत



युवा साथियों /बुद्धिजीवियों / देश प्रेमियों. 

जो लोग बचपन में ये सपना देखते के अगर आजादी से पहले मैं भी पैदा होता तो मैं भी गाँधी,नेहरू और आजाद के तरह स्वतंत्रता सेनानी हो कर अमर हो जाता, उनके लिए अच्छा मौका है..

उन्हें बता दूं के देश दुबारा गुलाम हो चुका है, संविधान का कोई मूल्य नहीं रहा..
संविधान का पहला पेज (Preamble) को ही नकार दिया गया है.. 
अब देश केवल गुंडों वालों स्टाइल में चलाया जा रहा है.अब संविधान नहीं रहा..

ग़ुलामी का मतलब ये नहीं के आप को आप के घर में ताला लगा कर बंद कर के ही साबित किया जाए के आप गुलाम हैं .. वैसे कश्मीर और आसाम में ऐसा भी हो चुका है.. क्या आप भी इसी इंतज़ार में हैं.??

आसाम में कर्फ्यू लगा कर आवाज़ दबा दिया गया है.. लोग रो रहे हैं.. ये लोग पूरे देश को पुकार रहे हैं.. आप को पुकार रहे हैं.

आप की बारी आए उससे पहले स्वतंत्रता सेनानी बन कर देश को 2 तानाशाह से आज़ाद करा लें. वैसे आप के प्रेशर के कारण जय चंद और मीर जाफर जैसे लोग घरों में दुबक चुके हैं..

लड़ाई बहुत मुस्किल भी नहीं है.. #बुद्धिजीवियों से अनुरोध है के अपने बच्चों को प्रोत्साहित करे इस लड़ाई के लिए.  अब केवल सोशल मीडिया से काम नहीं चलेगा.

ये वक़्त आपसी मत भेद भुलाने का है, बिना कोई स्वार्थ और बैनर के इस लड़ाई को अन्जाम तक पहुंचाए।

फिर भी आप में किसी को किसी से कोई दिक्कत या किसी पे कोई शक है तो इग्नोर कीजिए और आप अलग ही सही  अपने स्तर से कुछ ना कुछ बड़ा किजिये, आंदोलन किजिये..

रोड़ पे उतर जाएं तभी इतिहास  आप को दिल में उतारेगी।

आज के दौर के स्वतंत्रता सेनानी बने....


नव वर्ष कि हार्दिक शुभकामनाए एवं बधाई। बाबुल इनायत

अररिया जिला सहित प्रदेश एवं देशवासियों को नववर्ष 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं। आइये, नववर्ष में संकल्पित होकर निश्चय करें कि गरीबी...