आज पन्द्रह अगस्त ह । अंग्रेजन से आज़ादी मिलला 75 बरिष हो गइल । जवना घरी अग्रेजन के राज हमनी के देश में रहल ओह घरी लागत रहे कि देश के सभ समस्या के कारण इहे गोरा लोग बा । भुखमरी,बेरोजगारी ,कुपोषण ,महामारी जइसन समस्या से हमनी के देश त्रस्त रहे । हमनी के पुरखन के लागल की जब तक मुल्क अंग्रेजी राज के गुलामी से मुक्त ना होखी तबतक इ सब समस्या के सामाधान ना होइ ।
त सभे लोग अंग्रेजन के देश से भगावे में लाग गइल । बहुत बड़ - बड़ कुर्बानी देला के बाद अंग्रेज हमनी के देश छोड़ के भगलन स । आ आपन राज आइल । लेकिन आज भी समस्या जस के तस बा ।
आजु पचहत्तर बरिश के बाद हमनी भूख,बेरोजगारी ,महंगाई आ महामारी जइसन समस्या से त्रस्त बानी जा । आजादी के बाद देश के करोड़ो मजदूर - किसान के पसीना के बदौलत बनल देश के संस्थान हमनी के सरकार लगातार बेच रहल बिया । अइसन बुझाता की देश मे दुबारा कम्पनी राज स्थापित करे के तैयारी हो रहल बा । भगत सिंह ठीके कहले रहन की अभी हमनी के गोर अंग्रेजन से लड़ाई बा लेकिन काल्ह करिया अंग्रेजन से भी हमनी के लड़े खातिर तैयार रहे के होइ ।
त भगत सिंह की राह हीं मुक्ति के राह बा। आई हमनी कुर्बानी से मिलल आज़ादी के बरकरार रखे खातिर लागातार संघर्ष करे के संकल्प लिहल जाव ।
आज़ादी ज़िंदाबाद ✊✊✊
- राजद नेता बाबुल इनायत।
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