बड़ी तादात में अच्छे नम्बरों से पास होने वाले बच्चों को देखकर खुशी होती है,फिर सोचकर डर जाता हूँ कि जब यही बच्चे सरकारों से नौकरी मांगेंगे,तो सरकारी लाठियाँ, शायद गोलियाँ भी उनका स्वागत करेंगीं ,पहले से फिक्स इंटरव्यू में लाख रुपये का सूट पहनकर और हजारों की कलम लगाए एक फकीर उन्हें पकौड़े तलने की सलाह दे देगा ,और फिर नौकरियाँ न होने या न मिलने पर वे टॉपर बच्चे भी सारा ठीकरा आरक्षण पर फोड़ देंगे।कोई धूर्त मुख्यमंत्री इन्हें महाभारत काल मे मिला इंटरनेट दिखा जायेगा, कोई घटिया नेता इन्हें नागरिक से हिन्दु या मुसलमान बनाकर अपना भक्त बना लेगा ,ये ही टॉपर बच्चे किसी दो कौड़ी के नेता के लिए अपने अपनों से झगड़ने लगेंगे ,ये ही टॉपर बच्चे किसी पंथ या वाद के चक्कर मे फसेंगे,कोई दलाल गरीबों की मदद के नाम पर इन्हें ठग ले जाएगा और फिर वो पैसा बीयर में उड़ा देगा,
कितना डरावना है ये सोचना भी ,मगर फिर भी जो पास हुए/जो नहीं हो पाए,जो टॉपर हैं ,जो एवरेज नम्बरों से पास हुए,सभी को दुआएँ,अच्छे छात्र के साथ साथ अच्छे नागरिक भी वे बनें ,और बने रहें।
कितना डरावना है ये सोचना भी ,मगर फिर भी जो पास हुए/जो नहीं हो पाए,जो टॉपर हैं ,जो एवरेज नम्बरों से पास हुए,सभी को दुआएँ,अच्छे छात्र के साथ साथ अच्छे नागरिक भी वे बनें ,और बने रहें।
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